1. हम्हे इतना भी ऊपर मत चढाओ
कि हम ऊंचाई से कईंं गिर न जाए
हम्हे अपनी दोस्ती के आंचल मे चुपाओ
कि हम आप सबसे घुलमिल जाए
कि हम ऊंचाई से कईंं गिर न जाए
हम्हे अपनी दोस्ती के आंचल मे चुपाओ
कि हम आप सबसे घुलमिल जाए
2. हमसे इतना भी उमीद मत रखना
कि हम आप के उमीद पे खरा उतर न पाए
बल्कि हम से कोई उमीद मत रखना
हम आप के उमीद से कहीं ज्यादा कर पाऐ
3. जब जब आपने गलती की
हमने उसे अनदेखा कर दिया
जब हमने एक गलती की
आप इतने नाराज़ हुऐ
कि हम सोचने लगे
हमने ऐसा क्या कर दिया ?
हमने उसे अनदेखा कर दिया
जब हमने एक गलती की
आप इतने नाराज़ हुऐ
कि हम सोचने लगे
हमने ऐसा क्या कर दिया ?
4. नफ्रत को अपने अदर दबा के रखोगे
तो उस आग मे खुद जल जाओगे
अगर नफ्रत को बाहर निकालके फेंकोगे
तो उस आग मे आप को रुलानेवाले जल जाएंगे
अब सोचो आपको जलना है या जलाना है
हम्हे तो हसके खुश रेहके किसी को जलाना है
5. हम दौलत से ज़्यादा रिश्तों को एहमियत देतें हैं
हम जान से ज़्यादा सम्मान को मान देतें हैं
दोस्त अगर तुम चाहो तो आपना पेहचान भी तुम्हे देतें हैं
तो उस आग मे खुद जल जाओगे
अगर नफ्रत को बाहर निकालके फेंकोगे
तो उस आग मे आप को रुलानेवाले जल जाएंगे
अब सोचो आपको जलना है या जलाना है
हम्हे तो हसके खुश रेहके किसी को जलाना है
5. हम दौलत से ज़्यादा रिश्तों को एहमियत देतें हैं
हम जान से ज़्यादा सम्मान को मान देतें हैं
दोस्त अगर तुम चाहो तो आपना पेहचान भी तुम्हे देतें हैं
- रेविना
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