Monday 22 February 2016

याद !!!!!!!


उनसे हम मिले थे कईं साल पेहले
और जब मिले सालों बाद
मन ही मन मे खयाल आया
क्या हम अभी भी हैं उन्हे याद?
जब बातचीत हुई तो पता चला
उनका दिल हम्हे कभी नहीं भूला
जानकर सोचने लगे मन ही मन मे
काश उनके साथ बिता सकते कुछ लम्हे
लगता है भगवान को ये मंजूर ही नहीं था
मिलना हमारे तकदीर मे ही नहीं था
एक दिन हम उनसे इतने दूर चले गये
दूर जाकर भी उन्हे भुला नहीं पाये
जब भी उनको याद करते थे
दिल की धडकने तेज़ होते थे
जब जब हमने लिया उनका नाम
दिल रुखकर बोला हाय् राम

 - रेविना

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