I wrote this poem on my childhood buddy, dearest, nearest, sweetest, cutest friend SUNITHA...this is what she exactly is...
कभी कभी जब मन उदास होता है
उसकी एक हसी चेहरे पर मुस्कान लाती है
जब जब मन पीछे मुड़कर देखना चाहता है
उसकी यादें मन में गुन गुनाने लगती है
जब कभी दिल गाना गाना चाहता है
उसकी आवाज़ दिल में गूँजने लगती है
जब भी हम उसकी मीठी सी आवाज़ सुनते हैं
दिल और मन में खूबसूरत सा एहसास जग जाता है
आप सोच रहे होंगे यह तो कोई परी ही है
जो इतना सारा प्यार मेरेलिए जताती है
सही समझा आपने यह एक परी ही है
जो प्यारी सी दोस्त का रूप लेकर मेरी ज़िंदगी में आई है
- रेविना
कभी कभी जब मन उदास होता है
उसकी एक हसी चेहरे पर मुस्कान लाती है
जब जब मन पीछे मुड़कर देखना चाहता है
उसकी यादें मन में गुन गुनाने लगती है
जब कभी दिल गाना गाना चाहता है
उसकी आवाज़ दिल में गूँजने लगती है
जब भी हम उसकी मीठी सी आवाज़ सुनते हैं
दिल और मन में खूबसूरत सा एहसास जग जाता है
आप सोच रहे होंगे यह तो कोई परी ही है
जो इतना सारा प्यार मेरेलिए जताती है
सही समझा आपने यह एक परी ही है
जो प्यारी सी दोस्त का रूप लेकर मेरी ज़िंदगी में आई है
- रेविना
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