Tuesday, 21 November 2017

*जब बार बार मिले तो..* & *मगर.....*

😋😋😋
*जब बार बार मिले तो..*
जब पहली बार मिले तो दिल धडका
जब दूसरी बार मिले तो मन बेहका
जब तीसरी बार मिले तो नज़र झुका
जब चौती बार मिले तो कमर लचका
जब पॉचवी बार मिले तो बिजली खडका
जब छटी बार मिले तो लगा जो़रोंं से झटका
उसऩे हटाया बुर्खा, बोली "क्या हाल है भाई जान का?"
😋😋😋😋😋😋😋😋😋😋😋😋
- रेविना

*मगर.....*
जब मिला था तुमसे पहली बार
तब झुकाया था तुमने नज़र
सोचता रहा तुम्हारे बारे मे महीनों भर
फिर एक दिन आया था तुम्हारे घर
तुम्हारा हाथ मॉगने मगर...
तू मिली थी दर्वाजे़ पर
बोली "भाई साहब, कईं दिनों बाद दिखाई दिए बात होगी कोई ज़रूर"
😇😇😇😇😇😇😇😇😇😇😇
- रेविना

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