1.
किस्मत का लिखा कोई नहीं बदल सकता
हाथों के लखीरे कोई नहीं मिठा सकता
जो नसीब मे है वही हम्हे मिलेगा
ये बात कोई नहीं ठुकरा सकता
किस्मत का लिखा कोई नहीं बदल सकता
हाथों के लखीरे कोई नहीं मिठा सकता
जो नसीब मे है वही हम्हे मिलेगा
ये बात कोई नहीं ठुकरा सकता
2. लोग अपनी किस्मत कभी तारों मे ढूंढते हैं
तो कभी हाथों की लखीरों मे ढूंढते हैं
लेकिन कोशिश करने से ही किस्मत साथ देगी
ये बात हर कोई नहीं समझते हैं
3.
आसमान मे होंगे करोडों तारे
लेकिन हर कोइ चांद का इंतजंर क्यों करता है
लोग करोडों होंगे दुनिया मे प्यारे
सबको किसी खास का इंतजांर होता है
4. हुनर तो सभी मे होता है
कुछ उसका इस्तेमाल करते हैं
कुछ उसे चुपा के रखते हैँ
कोशिश करने से आदमी चांद तक पहुंचता है
फिर कविता क्या चीजं है
उसे तो कोई भी लिख सकता है
तो कभी हाथों की लखीरों मे ढूंढते हैं
लेकिन कोशिश करने से ही किस्मत साथ देगी
ये बात हर कोई नहीं समझते हैं
3.
आसमान मे होंगे करोडों तारे
लेकिन हर कोइ चांद का इंतजंर क्यों करता है
लोग करोडों होंगे दुनिया मे प्यारे
सबको किसी खास का इंतजांर होता है
4. हुनर तो सभी मे होता है
कुछ उसका इस्तेमाल करते हैं
कुछ उसे चुपा के रखते हैँ
कोशिश करने से आदमी चांद तक पहुंचता है
फिर कविता क्या चीजं है
उसे तो कोई भी लिख सकता है
5. जैसे साल का हर महीना सावन का महीना नहीं होता
जैसे साल का हर महीना सावन का महीना नहीं होता
वैसे ही हर बूरा आदमी जीवन मे कमीना नहीं होता
- रेविना
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