मा की ममता और पापा का साया
आज तक मुझे बहुत है भाया
मा की लोरी औऱ पापा की सुनाई कहानी
आभी भी मुझे याद है जु़बानी
मा के हात का खाना औऱ पापा की चाय्
आज तक वो स्वाद को हम भुला नहीं पाए
मा की डाँट औऱ पापा से पडी मार
सोचकर आज भी दिल घबरा जाता है यार
मा से लाड औऱ पापा से प्यार
भरपूर मिला कभी कम नहीं हुआ यार
मा से सीखी आचार और पापा से मिला विचार
दोनो ने मेरा साथ दिया हर बार
मा की आशा ओर पापा का भरोसा
बनना चाहूँगी मै हमेशा
आज तक मुझे बहुत है भाया
मा की लोरी औऱ पापा की सुनाई कहानी
आभी भी मुझे याद है जु़बानी
मा के हात का खाना औऱ पापा की चाय्
आज तक वो स्वाद को हम भुला नहीं पाए
मा की डाँट औऱ पापा से पडी मार
सोचकर आज भी दिल घबरा जाता है यार
मा से लाड औऱ पापा से प्यार
भरपूर मिला कभी कम नहीं हुआ यार
मा से सीखी आचार और पापा से मिला विचार
दोनो ने मेरा साथ दिया हर बार
मा की आशा ओर पापा का भरोसा
बनना चाहूँगी मै हमेशा
- रेविना
No comments:
Post a Comment