Friday, 31 July 2015

काश हमारी भी एक बेटी होती !!!!!!!!

I think every couple dreams of a baby girl in their life. Me & hub too wanted a baby girl but God blessed us with a cute baby boy. From then in my inner mind i was thinking some times (told hub also) "i wish i could had a daughter"....Recently, one of my friend posted a poem on daughters for daughters week. Inspired by that poem i wrote this poem. 


काश हमारी भी एक बेटी होती 
चाँदनी सी गोरी परी सी सुंदर होती 
हम उसके तरफ प्यार भरी निगाहों से देखते 
गले पड़कर बोलती " माँ, तू मुझे बहुत  है भाती "
घर भर में पायल खनक ने की आवाज़ होती 
उसकी मीठी आवाज़ घर में गूँज थी रहती 
अपने घर की रौनक तो वो है ही 
एक दिन दूसरे की घर की रौनक भी बन जाति 
फिर उसकी याद में मन खोया रहता 
उसकी यादों में दिल रोता रहता 
उससे मिलने केलिए मन तड़पता रहता 
उसकी आवाज़ सुनने केलिए कान तरसते रहते 
जब भी वह हमसे मिलने आती 
गले लगकर बोलती "माँ , तू मुझे बहुत है भाती "
काश हमारी भी एक बेटी होती 
पापा की लाड़ली माँ की दुल्हारी होती 

                                                  - रेविना 




No comments:

Post a Comment