A POEM WRITTEN BY ME TO MY HUBBY DEAR ON OUR 17TH WEDDING ANNIVERSARY.
हम आपसे मिले थे सोलह साल पेहले
लेकिन लगता है हमारा नाता है जन्मो से
तब आपका नाम मेरे चेहरे पर मुसकान लाता था
अब आप का नाम मेरे नाम से जुड़कर मेरी पेहचान बन चुकी है
तब आपकी एक झलक पाने केलिए मेरा मन तरसता था
अब आप एक पल भी दूर होगए तो मन उदास हो जाता है
तब आपकी बातें मन में गूँजती रहती थी
अब आपकी आँखें आपकी दिल की बात कह देती है
तब आपसे तोफा लेते वक़्त हम ख़ुशी से उछलते थे
अब आपका दिया हुआ प्यार का तोफा (बेटा) देखकर दिल में प्यार उभर आता है
लेकिन एक बात हमारे बीच अभी भी नहीं बदली है
और हमारे बीच सालों से चली आ रही है
मैं अब भी आपसे जल्द ही छिड़ जाती हूँ
और आप मुझे अब भी प्यार से मनाते हैं
- रेविना
हम आपसे मिले थे सोलह साल पेहले
लेकिन लगता है हमारा नाता है जन्मो से
तब आपका नाम मेरे चेहरे पर मुसकान लाता था
अब आप का नाम मेरे नाम से जुड़कर मेरी पेहचान बन चुकी है
तब आपकी एक झलक पाने केलिए मेरा मन तरसता था
अब आप एक पल भी दूर होगए तो मन उदास हो जाता है
तब आपकी बातें मन में गूँजती रहती थी
अब आपकी आँखें आपकी दिल की बात कह देती है
तब आपसे तोफा लेते वक़्त हम ख़ुशी से उछलते थे
अब आपका दिया हुआ प्यार का तोफा (बेटा) देखकर दिल में प्यार उभर आता है
लेकिन एक बात हमारे बीच अभी भी नहीं बदली है
और हमारे बीच सालों से चली आ रही है
मैं अब भी आपसे जल्द ही छिड़ जाती हूँ
और आप मुझे अब भी प्यार से मनाते हैं
- रेविना
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